Tuesday, June 28, 2011

ड्रामा द ग्रेट डिक्टेटर्स (Part - 2)


अकबर  : (पूरी तरह उठने के बाद पुकार लगाता है।) बाअदब बामुलाहिज़ा होशियार! शहनशाहे वक्त, बादशाहे हिन्दअस्त दीने इलाही के सरपरस्त जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर तशरीफ ला रहे हैं। 

डा0सायनाइड : लगता है मैंने गलती से बादशाह अकबर की बजाय उसके चोबदार की टोपी बना दी। 
जैक्सन  : (अकबर के पास जाकर) जनाब क्या आप बादशाह अकबर के चोबदार हैं? 
अकबर  : खामोश गुस्ताख। मरदूद, हमें चोबदार कहता है। हम तुझे हाथी के नीचे कुचलवा देंगे। वैसे तू पहले ही कुचला हुआ मालूम हो रहा है। 
जैक्सन  : (हाथ जोड़कर) हमें माफ कर दीजिए जनाब। 

अकबर  : हम ही बादशाह अकबर हैं। इस वक्त हमें अपने आसपास कोई चोबदार और नौकर दिखाई न दिया इसलिए हमने खुद ही अपने लिए आवाज़ लगा ली। 
जैक्सन  : बादशाह सलामत। क्या आप मुझे अपना नौकर बनाना पसंद करेंगे? 
अकबर  : नहीं हम सिर्फ अनारकली को पसंद करेंगे। किधर है अनारकली? लगता है वह सलीम के साथ बैठी अनार खा रही है। 

(इधर उधर देखता है।)

जैक्सन  : बादशाह सलामत। उसे तो आपने दीवार में चुनवा दिया था। 
अकबर  : दरअसल हमारे फाइनेन्स मिनिस्टर ने हमारे साथ धोखा किया। उस कमबख्त ने हमारे सगे खून हमारे फरज़न्द सलीम से कमीशन खाकर दीवार में नकली सीमेंट लगवा दी। जो अनारकली ने मुजरा करते करते अपने कूल्हे की ठोकर से तोड़ दी और फरार हो गयी। वैसे हमें तुम्हारी शक्ल कुछ जानी पहचानी लग रही है।
जैक्सन  : फिर आपने उसे क्या सज़ा दी जहांपनाह? 
अकबर  : अफसोस कि हम उसे कोई सज़ा न दे सके। उसने ढेर सारी ब्लैक मनी इकट्‌ठा करके हमारे दुश्मन हेमू के बैंक में जमा कर रखी थी। जब उसका भेद खुला तो वह फरार होकर हेमू के पास चला गया। हमें तुम्हारी शक्ल जानी पहचानी क्यों लग रही है? 
जैक्सन  : लगता है आपने मुझे पहचान लिया बादशाह सलामत। मैं एक बहुत मशहूर डाँसर हूं। 
अकबर  : हाँ। मैंने तुम्हें पहचान लिया। तुम वही मेरे गद्दार फाइनेन्स मिनिस्टर हो। मैं अभी तलवार से तुम्हारी गर्दन धड़ से अलग करता हूं। 

(जैक्सन के चेहरे पर हवाईयों उड़ने लगती हैं।)

अकबर : किधर है मेरी तलवार।
(अपनी कमर पर हाथ डालता है और तलवार खींचता है। लेकिन ये दरअसल उसकी बेल्ट में अड़सा हुआ मोबाइल है। वह मोबाइल खींचता है और इस बीच उसका बटन दबने की वजह से उसमें कोई रिंगटोन बजने लगती है। बादशाह उसे हाथ में लिये काँपने लगता है। और फिर उसे डरकर गिरा देता है।)
अकबर  : बाप रे ये क्या बला है। 
(डा0सायनाइड मोबाइल उठाकर बन्द करता है।) 

डा0सायनाइड  : बादशाह सलामत, ये मोबाइल है। आज के ज़माने का ग्रेट इन्वेन्शन। नौजवान लड़के लड़कियां इससे घण्टों बातें करते हैं और दूर से देखने वाला सोचता है कि बेचारा अच्छी भली सूरत थी और भरी जवानी में पगला गया है। पता नहीं क्या अकेले में बड़बड़ा रहा है। 
अकबर  : अपनी बड़बड़ बन्द करो। मेरे पास तलवार नहीं तो क्या हुआ। मेरी रगों में दौड़ने वाला आधा खून चंगेज़ी है। मैं इस नालायक मन्त्री को अपने बाज़ुओं की ताकत से गला घोंटकर मार डालूंगा। 
(वह आगे बढ़कर जैक्सन की गर्दन पकड़ लेता है।)
जैक्सन  : अरे बचाओ। डाक्टर मुझे इस पागल से बचाओ। 

(उसके मुंह से गला घुटने की आवाज़ आने लगती है। डाक्टर सायनाइड बौखलाकर इधर उधर देखता है और फिर एक टोपी उठाकर नीचे लेटी एक लड़की को पहना देता है। दूसरे ही पल लड़की अनारकली बनकर उठ जाती है और गाना गाने लगती है।)

अनारकली  : प्यार किया तो डरना क्या। जब प्यार किया तो डरना क्या। 

(बादशाह अकबर जैक्सन का गला दबाना छोड़कर अनारकली के गाने में खो जाता है। जैक्सन उसके हाथ से धीरे से अपनी गर्दन छुड़ाता है और दबे पाँव बाहर निकल जाता है। वह थोड़ी देर गाने के बाद खामोश हो जाती है।)

अकबर  : लड़की तुम्हारे गाने ने हमें तुम्हारे इश्क में डुबो दिया है और हम बाहर निकलने के लिये हाथ पाँव चला रहे हैं।  
अनारकली  : जहांपनाह। हमें भी आपसे ज़बरदस्त इश्क हो गया है। 
डा0सायनाइड  : अरे आप लोग ये क्या गज़ब कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो इतिहास ही बदल जायेगा। 
अकबर  : (उसे घूरकर) भला मेरे इस नाज़नीन के साथ इश्क करने से इतिहास कैसे बदल जायेगा कबूतर? 
डा0सायनाइड  : इसलिए क्योंकि ये अनारकली है। जिसने आपके साहबज़ादे के साथ इश्क किया था। 
अनारकली  : पुरानी बातों को भूल जाईए। सलीम से इश्क करना हमारी भूल थी। अब मेरी अकल में आ गया है कि इश्क हमेशा बादशाह से करना चाहिए उसकी औलाद से नही। 
डा0सायनाइड  : ये अकल आपको आई कैसे? 
अनारकली  : बादशाह से इश्क करने में रानी बनना यकीनी होता है जबकि उसकी औलाद से मोहब्बत करने में कभी कभी दीवार में चुन जाना पड़ता है। बादशाह सलामत आज से अनारकली सलीम को छोड़कर आपकी हो गयी।
अकबर  : अफसोस अनारकली। तुमने एक सही फैसला बहुत देर में लिया। अब हम बुड्‌ढ़े हो गये हैं।
डा0सायनाइड  : (पब्लिक की तरफ आकर) लगता है दोनों ही सठिया गये हैं।
अनारकली  : जहांपनाह। आप फौरन हमें अपने निकाह में ले लीजिए। जब बादशाह बुड्‌ढा हो जाता है तो हुकूमत उसकी बेगम संभालती है।
अकबर  : जब हम जवान थे तब भी हुकूमत हमारी बेगम ही संभालती थीं। परदे के पीछे से। और लोग समझते थे कि हुकूमत हम कर रहे हैं। 

डा0सायनाइड  : यानि असली डिक्टेटर कोई और था। हर घर में एक ही कहानी चलती है। मुझे ये बात पहले ही मालूम थी। इसीलिए मैंने डिक्टेटरों की टोपी बनाते बनाते अनारकली की टोपी भी बना ली। याद आया, मुझे अभी और लोगों को भी टोपियां पहनानी हैं। 

(वह मेज़ पर से टोपी उठाकर दूसरे लड़के को पहनाने चलता है। इधर अनारकली बादशाह अकबर को बाहों में लेकर गाना गा रही है।)

अनारकली  : (गा रही है।) हमें काश तुमसे मोहब्बत न होती। कहानी हमारी हक़ीक़त न होती।
(इस बीच दूसरा लड़का उठ कर खड़ा हो रहा है। ये सद्दाम का रोल करने वाला है।)
सद्दाम  : ये कौन यहां पर कहानी बयान कर रहा है? क्या ये मेरी फांसी की कहानी है?
अकबर  : ये कौन मरीज़े जज्ज़ाम हमारी मोहब्बत की कहानी में तेल डाल रहा है। 
सद्दाम  : मैं मरीज़े जज्ज़ाम नहीं सददाम हूं। सद्दाम हुसैन।
अनारकली  : आप किस आसमान से टपके हैं जनाब?
सद्दाम  : मैं आसमान से नहीं टपका, मैं तो ज़मीन के गडढे से निकला हूं। आप बतायें, क्या ये कबूतर आपको परेशान कर रहा है?
अकबर  : गुस्ताख हमें कबूतर बोलता है। हम तुम्हें हाथी के नीचे कुचलवा देंगे।
अनारकली  : जहाँपनाह, इसका वज़न तो देखिए। ये उल्टा हाथी को ही कुचल देगा। (सद्दाम से) लेकिन आप तो कह रहे थे कि आपको फांसी हो गयी। फिर आप जिन्दा कैसे हैं? 
सद्दाम  : फांसी मेरे डुप्लीकेट को हुई थी। ईराक़ में अभी भी मेरे बहुत से डुप्लीकेट घूम रहे हैं।

(उधर डा0सायनाइड मेज़ के पास खड़ा हुआ एक एक टोपी उठाकर देख रहा है।)

अकबर  : ये डुप्लीकेट क्या होता है? 
अनारकली  : बादशाह सलामत, डुप्लीकेट का मतलब है डबल रोल। एक जंग के मैदान में पीठ दिखाता है और दूसरा एसी तहखाने में कनीज़ों की पीठ देखता है।
अकबर : क्या हमारा भी कोई डुप्लीकेट है? 
अनारकली  : जी हां। पृथ्वीराज कपूर और रितिक रोशन।
अकबर  : बहुत खूब। माबदौलत खुश हुए। अनारकली, आओ अब हम बिना टेंशन तुम्हारे साथ निकाह पढ़वा सकते हैं। इतिहास में जो भी तूफान आयेगा उसे हमारे डुप्लीकेट झेल लेंगे। अब चाहे जोधा अकबर की बीवी बने या बेटी। हमें कोई परवाह नहीं। हम तो अब अनारकली के हुए।

(वह अनारकली का हाथ पकड़कर जाने लगता है। उधर डा0सायनाइड एक और लड़के को टोपी पहना रहा है। जो जार्ज बुश का रोल करने वाला है।)

सद्दाम  : (पीछे से) रुक जाओ। 
(दोनों ठिठक जाते हैं।)       
सददाम : अनारकली, अकबर को छोड़कर हमारे पास आ जाओ। कसम खुदा की हम तुम्हारे घर को केमिकल हथियारों से भर देंगे। 
अनारकली  : मुझे डाउट है कि तुम सददाम हो या उसके डुप्लीकेट। इसलिए मैं असली अकबर के साथ जा रही हूं। 
(वह अकबर का हाथ पकड़कर बाहर निकल जाती है। सद्दाम एक गहरी साँस लेता है। उसी वक्त पीछे से जार्ज बुश उसके कंधे पर हाथ मारता है।)

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