Sunday, October 26, 2008

ताबूत - एपिसोड 15

"अमरीका का तो यही कहना है. लेकिन मेरे ख्याल में वे लोग असली चाँद तक नही पहुँच पाए. बल्कि किसी नकली चाँद पर धोखे से उतर गए. क्योंकि मैंने किताबों में पढ़ा है कि चाँद बहुत सुंदर होता है.
जबकि अमरीका वाले कहते हैं कि वह बहुत ऊबड़ खाबड़ और बदसूरत है. जहाँ न तो हवा है और न पानी. तो बताओ फिर वह असली चाँद कैसे हो सकता है?"

"वैसे चाँद पर जाने से फायेदा क्या हो सकता है?" रामसिंह ने दोबारा पूछा.
"बहुत फाएदे हैं. उदाहरण के लिए तुम यहाँ खड़े हो तब तुम्हें अधिक दूर दिखेगा या पहाडी पर चढ़ जाओगे तब ज़्यादा दूर देख पाओगे?"

"जब पहाडी पर चढूँगा तब ज़्यादा दूर दिखेगा."
"तो इसी तरह चूंकि चाँद बहुत अधिक दूर है अतः उससे पूरी पृथ्वी दिखेगी. इस तरह अगर तुम्हें किसी को ढूँढना है तो कोई समस्या नही. चाँद पर चढ़ जाओ तो पृथ्वी पर जो कुछ है सब दिखेगा. यदि पुलिस को अपराधियों को ढूँढना होगा तो चाँद पर चढ़कर आराम से ढूँढ लेगी और जाकर हथकडी पहना देगी. कहीं पर कोई खजाना छुपा होगा तो चाँद पर चढ़ने के बाद दिख जाएगा. इसके अलावा आगरा का ताजमहल, पेरिस का एफिल टावर, इंग्लैंड का लन्दन टावर और न्यूयार्क की स्वतंत्रता की मूर्ति के एक साथ दर्शन चाँद पर बैठे बैठे हो जाएंगे."

"तो इस तरह तो हमें चाँद की हर वस्तु पृथ्वी से दिखनी चाहिए. ऐसा क्यों नहीं होता?" शमशेर सिंह ने पूछा.

"चाँद पर कुछ है ही नही तो दिखेगा क्या. उसपर केवल चरखा कातती हुई बुढ़िया है और वही हमें दिखती है." प्रोफ़ेसर ने स्पष्टीकरण किया.
"और क्या क्या हैं चाँद पर जाने के फायदे?"

"एक ये भी फायेदा है कि यदि कोई व्यक्ति प्रेम में निराश होकर अपनी प्रेमिका को संसार छोड़ने की धमकी देता है तो वह चाँद पर जा सकता है. इस तरह वह बिना आत्महत्या किए अपनी धमकी पूरी कर देगा. और सबसे बड़ा फायेदा तो यह है कि चाँद पर न तो हवा है न पानी. अतः चाँद पर रहने वाले लोगों का शरीर धीरे धीरे इन चीज़ों के बगैर रहने के अनुकूल हो जाएगा. अतः वे पृथ्वी पर भी बिना हवा पानी के रह सकेंगे. इस प्रकार न तो जल प्रदूषण कि समस्या रह जाएगी और न वायु प्रदूषण की.
अरे चाँद पर रहने के तो बीसियों फायेदे हैं. कहाँ तक गिनाऊं. मैं तो सोच रहा हूँ कि चाँद पर जाने के लाभ टाइटिल से एक किताब लिख डालूँ."
"तो तुम अपनी यह सोच पूरी कर डालो. अगर यह किताब मार्केट में आ गई तो ज़रूर बेस्ट सेलर होगी, और उसके बाद चाँद पर जाने के लिए इतनी भीड़ लग जायेगी कि रॉकेट मिलने मुश्किल हो जायेंगे." शमशेर सिंह ने कहा.

2 comments:

seema gupta said...

दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

अभिषेक मिश्र said...

Is baar to pradushan ko bhi apne vyanga ki chapet mein le liya aapne.