Wednesday, June 29, 2011

ड्रामा द ग्रेट डिक्टेटर्स (Part - 3)


जार्ज बुश  : एक्सक्यूज़ मी। मुझे यहाँ से केमिकल की बू आ रही है। क्या यहाँ पर कोई केमिकल हथियार है? 

सददाम  : आपकी नाक तो बहुत तेज़ है। अभी तो केमिकल हथियार बना ही नहीं और आपकी नाक ने उसे सूंघ लिया। 
जार्ज बुश  : ये अमरीका की नाक है जो जार्ज बुश यानि कि हमारे चेहरे पर जमी है। 
सद्दाम  : अंकल जार्ज बुश। आप कहां थे? ईरान से लड़ने के लिये हमें आपके हथियार चाहिए। हम बहुत देर से आपका इंतिज़ार कर रहे थे?
जार्ज बुश : हम एक टेररिस्ट को बहुत देर से ढूंढ रहे हैं जिसने हमारी नाक में दम कर रखा है। उसका नाम है ओसामा बिन लादेन। 
सद्दाम  : वह हमारे इराक में हरगिज़ नहीं है। 
जार्ज बुश  : वह वहीं होगा जहां हम चाहेंगे। हम जिस कण्ट्री को सुधारना चाहते हैं वहां ओसामा को छुपा दिखा देते हैं।

डा0सायनाइड : एक्सक्यूज़ मी, सुधारना चाहते हैं या बरबाद करना। क्योंकि आप जहां भी ओसामा को ढूंढते हो वह कण्ट्री बरबाद हो जाता है। 
जार्ज बुश  : ये बात तो मेरी भी आज तक समझ में नहीं आयी कि मैं जिस कण्ट्री को सुधारने चलता हूं वह बरबाद क्यों हो जाता है। अच्छा हुआ हमने अमरीका को सुधारने की नहीं सोची। 
सददाम  : अंकल ओसामा को आप चाहे पूरी दुनिया में ढूंढो। लेकिन ईराक में मत ढूंढना। वह यहां नहीं है। 
जार्ज बुश  : इसका मतलब वह यहीं है। बता तूने ओसामा को कहां छुपा रखा है? उसे ढूंढते ढूंढते हमारे रिटायरमेन्ट का टाइम आ गया। 

(अब तक डा0सायनाइड एक और लड़के को टोपी पहना चुका है।  यह लड़का ओसामा का रोल करने वाला है।)

ओसामा  : (वहीं लेटे लेटे) अबे क्यों नाटक कर रहा है मेरे ढूंढने का । मैं तो तेरे बेडरूम में बैठा हुआ हूं। और तू पूरी दुनिया में मुझे ढूंढता फिर रहा है।
जार्ज बुश : अभी अभी मुझे ओसामा की आवाज़ आयी थी। वह ज़रूर यहीं है। लगता है तूने उसे अपने बेडरूम में छुपा रखा है। 
सद्दाम  : (हाथ जोड़कर) खुदा के लिये मेरे बेडरूम को बख्श दो। एक वही जगह है जहां तुम्हारी कोई मिसाईल अब तक नहीं गिरी हैं।
जार्ज बुश  : हमारी मिसाईल तुम्हारे बेडरूम में काम ही नहीं करती। वहां सिर्फ तुम्हारी मिसाईल काम करती है। भतीजे अब सीधे सीधे ओसामा का पता बता दे वरना हम तुम्हें गड्‌ढे से निकालकर फिर से उसी गड्‌ढे में दफन कर देंगे। नालायक।

(ओसामा उठकर बैठ चुका है।)

सददाम : अंकल, मैंने अमरीका के हथियार खाये हैं।
जार्ज बुश : अब हमारी गोलियां खा। आई मीन हमारी मिसाईलें खा। 
सद्दाम  : आप मेरे ऊपर मिसाइल क्यों दागना चाहते हैं? मैं तो आपका चहेता भतीजा हूं। 
जार्ज बुश  : हम हमेशा अपने फायदे के लिये रिश्ता बनाते हैं और अपने फायदे के लिये तोड़ देते हैं। 
सददाम  : आप हमें दोबारा भतीजा बनाने का क्या लेंगे अंकल? 
जार्ज बुश  : तेल। हमारे फादर सीनियर बुश तेली हैं। हमें उनके लिए तुम्हारा तेल चाहिए। 
सददाम  : हमारे कण्ट्री का पूरा तेल तो आपने पहले ही निकाल लिया जनाब। सुबह मेरे सर में थोड़ा तेल मेरी अम्मा ने लगाया था। वही ले लीजिए अंकल। 

जार्ज बुश  : हमारे सामने आकर अच्छे अच्छों को नानी याद आ जाती है और तुम्हें सिर्फ अम्मा याद आयी? तेल तुम दो या न दो, वो तो हम निकाल लेंगे। 
(उसी वक्त ओसामा बना लड़का उछलकर उसके सामने आ जाता है।)

ओसामा  : सद्दाम इस कुत्ते को तेल हरगिज़ न देना वरना ये उसे अपने लठ पर लगाकर हमारी मरम्मत कर देगा। 
जार्ज बुश  : ओसामा बिन लादेन तू। हमने तो तुझे एबटाबाद में छोड़ा था। बिना मेरी इजाज़त तू यहां आया कैसे! क्या तुझे हमसे डर नहीं लगता?
ओसामा : (डा0सायनाइड की तरफ पलटकर) इसे देखो ये मुझे डरा रहा है। हो हो हो। अरे मैं किसी से नहीं डरता। 
डा0सायनाइड  : अच्छा। 
ओसामा : हां। सुनो। तुम शायद जवाहिरी के बेटे हो। क्योंकि तुम्हारी शक्ल उससे मिलती है।
डा0सायनाइड  : हांयें। 
ओसामा  : मेरी बात गौर से सुनो। एबटाबाद जाना और मेरे लिये हर हफ्ते घर बदल देना। वैसे मैं किसी से नहीं डरता। घर के अन्दर चिड़िया, छिपकली, चूहा कोई भी दिखे फौरन गोली मार देना। ये अमरीका वालों का कोई भरोसा नहीं कब किससे जासूसी करवा दें। वैसे मैं किसी से नहीं डरता। ये कूरियर वाला जब भी आये एक एक लेटर पूरी तरह चेक करके मेरे पास लाना। उसमें कोई सैटेलाइट कैमरा छिपा हो सकता है। वैसे मैं किसी से नहीं डरता।

जार्ज बुश  : (सद्दाम से) हां तो तुम बोलो। हमको तेल देगा या नहीं?
सद्दाम  : बदले में हमें क्या मिलेगा अंकल?
जार्ज बुश  : बदले में हम तुम्हारे कुएं में आग नहीं लगायेगा।
ओसामा  : तुम्हारे जैसा पागल डिक्टेटर न कभी हुआ है और न होगा।
जार्ज बुश  : गलत। हमारे कण्ट्री ने तो पागल डिक्टेटर पैदा करने में रिकार्ड बनाया है। और इसकी शुरूआत हमारे लक्कड़दादा हैरी ट्रूमैन से होती है। उसने जापान पर एटम बम गिराकर ढाई लाख पब्लिक को एक ही बार में ऊपर पहुंचा दिया था। अरे वह तो इतना कमीना था कि उसकी लगाई इज़्राइल की आग आज तक दुनिया बुझा नहीं पायी है।

ओसामा  : हैरी ट्रूमैन, कुत्ते! किधर है तू। कमीने मैं तुम्हारा खून पी जाऊंगा। हमारे सुसाइड बाम्बर बम ब्लास्टिंग में तेरे चिथड़े चिथड़े उड़ा देगे।
सद्दाम  : खामोश हो जाओ ओसामा। वह तो गया वहां। (आसमान की तरफ इशारा करके) अब फरिश्ते उसके चिथड़े उड़ा रहे हैं। 
जार्ज बुश  : ऐसा हरगिज़ नहीं। वहां बहत्तर हूरें उसके मसाज कर रही हैं। 
ओसामा  : बहत्तर हूरें सिर्फ हम लोगों के लिये रिज़र्व हैं। बाकियों के लिये जहन्नुम की चुड़ैलें हैं। या अल्लाह, तुम लोग उस जीसस को मानने वाले हो जिसने कहा था कि अगर कोई तुम्हारे एक गाल पर थप्पड़ मारे तो तुम दूसरा गाल भी बढ़ा दो। और तुम लोग एटम बम और मिसाईलों से लोगों को ऊपर पहुंचाते चले जा रहे हो। और पलट कर गिनते भी नहीं।
जार्ज बुश  : तुम्हारे इस्लाम में भी तो सोसाइड करना हराम है। फिर क्यों अपने बच्चों को सुसाइड बाम्बर बनाता चला जा रहा है? कमबख्तों, इस्लाम क्या था और तुम लोगों ने उसे क्या बना दिया। मस्जिदें इबादत के लिये थीं तुमने उन्हें हथियार रखने के अड्‌डे बना दिये। मस्जिदों के सफेद संगमरमर के फर्श तुमने खून से रंगीन कर दिये। कुरआन कहता है कि एक बेगुनाह का क़त्ल पूरी इंसानियत को क़त्ल करने के बराबर है और तुमने तो एक एक ब्लास्ट में सैंकड़ों का सफाया कर दिया। आखिर कौन सा कुरआन पढ़ते हो तुम लोग और रसूल की कौन सी हदीसें दोहराते हो। 

ओसामा  : सुनो, ये अन्दर की बात है। हमने तो आजतक कुरआन पढ़ा ही नहीं।
जार्ज बुश  : सुनो, किसी से कहना नहीं? मैंने भी आजतक बाईबिल को पलट कर नहीं देखा।  
सददाम  : सच्ची बात तो ये है कि हम सब एक ही नाली के कीड़े मकोड़े हैं। इसलिए आओ, पुरानी बातें भुलाकर फिर से हाथ मिला लें। 
(तीनों एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं।)
जार्ज बुश  : चूंकि अब हम लोग एक हो चुके हैं इसलिए आओ अब आगे की प्लानिंग करते हैं। 
ओसामा  : कैसी प्लानिंग?
जार्ज बुश  : इस दुनिया पर कब्ज़े की प्लानिंग। आओ हम लोग कहीं अकेले में चलकर गुफ्तगू करते हैं। 

(वह तीनों वहां से चले जाते हैं।)

डा0सायनाइड  : ऊपर वाले ने इंसान को ज़मीन पर खलीफा बनाया तो वह कुछ ज्यादा ही खलीफागीरी करने लगा। हाय ये दुनिया। अब देखूं मेरी ये क्लियोपेट्रा की टोपी क्या गुल खिलाती है। 
(वह आगे बढ़कर टोपी लड़की को पहना देता है। थोड़ी देर बाद लड़की उठ खड़ी होती है। और किसी पश्चिमी पुरानी धुन में अलाप लेने लगती है। डा0सायनाइड अपने कानों पर हाथ रख लेता है। और बुरे बुरे से मुंह बनाने लगता है।)
क्लियोपेट्रा मैं क्लियोपेट्रा, मिस्र की शहज़ादी। ये किसने मुझे मेरे पिरामिड से बुलाया? मैं तो वहां ममी बनी हुई सो रही थी। 
डा0सायनाइड  : ये कारनामा मैंने अंजाम दिया है क्लियोपेट्रा। 
क्लियोपेट्रा  : क्या तुमने जूलियस सीज़र को भी बुलाया है? 
डा0सायनाइड  : नहीं। उसकी टोपी बनाना मैं भूल गया। 
क्लियोपेट्रा : उफ! ये तुमने क्या किया। अब मैं मोहब्बत किससे करूंगी?
डा0सायनाइड  : क्या मोहब्बत करना ज़रूरी है? 
क्लियोपेट्रा  : जिस तरह बम और मिसाइल मर्दों के हथियार होते हैं उसी तरह मोहब्बत औरतों का हथियार होती है। अगर मुझे कोई मोहब्बत करने वाला न मिला तो मैं दुनिया पर राज कैसे करूंगी? 
डा0सायनाइड  : यानि कि तुम्हारा मकसद भी दुनिया पर राज करना है। 
क्लियोपेट्रा  : नहीं। बल्कि राजाओं के दिमाग़ पर राज करना है। 
डा0सायनाइड  : यानि कि तुम लेडीज़ डिक्टेटर हो। 
क्लियोपेट्रा  : हां तुम मुझे डिक्टेटर कह सकते हो। 
(उसी वक्त वहां हिटलर दाखिल होता है।)
.....continued

2 comments:

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

हास्‍य का जबरदस्‍त डोज, मजा आ गया।

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ओझा उवाच: यानी जिंदगी की बात...।
नाइट शिफ्ट की कीमत..

Arvind Mishra said...

मजेदार चल रहा है